गो प्रेमी संघ

गो प्रेमी संघ
गाय बचेगी, देश बचेगा !

Tuesday, February 18, 2014

जिन लोगों के घरों में गाय पाली जाती है वहॉं बीमारियां भी कम होती हैं

जिन लोगों के घरों में गाय पाली जाती है वहॉं बीमारियां भी कम होती हैं जबकि दूसरी ओर जिन घरों में श्वान पाले जा रहे हैं वे किसी न किसी रूप में बीमारियों के घर हुआ करते हैं। मनुष्य की जो भी बीमारियां हैं उनमें गौमूत्र, गौघृत, गौ दुग्ध का अचूक प्रभाव सामने आया है। वैज्ञानिक तथ्य यह भी है कि गाय का स्पर्श मात्र कई बीमारियों के दूषित प्रभाव को निष्फल कर देता है। गाय का दूध पीलापन लिये हुए होता है और इसमें स्वर्ण की मात्रा होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गाय की रीढ़ पर सूर्य की किरणें पड़ती रहने से उसके दूध में स्वर्ण का अंश अपने आप आने लगता है। यह दूध अमृत से भी बढ़कर है। गौवंश की इस सारी महिमा के बावजूद हमारा यह दुर्भाग्य ही है कि शाश्वत सत्य को स्वीकारने की बजाय हम पाश्चात्य श्वान संस्कृति को जीवन में अपना रहे हैं और अब तो हमारा व्यवहार तक श्वानों की तरह होता जा रहा है।

No comments:

Post a Comment