गाय का इंसाफ, 15 दिन बाद खुद पहुंची अपने असली मालिक के घर
झाबुआ. एक गाय-दो दावेदार मामले में पुलिस की तरकीब काम आ गई। गाय ने फैसला किया अपने असली मालिक का। जिस व्यक्ति ने गाय पर अपना मालिकाना हक जताकर उसे 15 दिन तक अपने आंगन में खूंटी से बांधकर रखा, खातिरदारी की, गाय उसके घर नहीं गई। सोमवार को वह अपने घर वापस पहुंच गई।
दोपहर में गाय पर मालिकाना हक जताने वाले दोनों दावेदार चेतन सतोगिया व प्रभुदेवा मंडोड (जिसके पास 15 दिन तक गाय रही।) पुलिस कोतवाली आए। यहां से एएसआई कन्हैयालाल प्रजापति दोनों और गाय को साथ लेकर जेल बगीचा पहुंचे। दोपहर 2.30 बजे यहां गाय को चरने के लिए खुला छोड़ दिया गया।
गाय पहले मेघनगर नाके जाकर वापस पलटी। बाद में गाय छतरी चौक होते हुए सज्जन रोड पहुंची। यहां इधर-उधर देखती रही। फिर उसने छोटा तालाब का रास्ता चुना और दोपहर 3.30 बजे छोटा तालाब किनारे स्थित अपने असल मालिक चेतन सतोगिया के घर पहुंच गई। घर में गाय को देख सतोगिया परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पूरे परिवार ने गाय को दुलारा और रोटी खिलाई।
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