हम हरियाणा की एडीजीपी श्री वी.कामराजा की गौ भक्ति को नमन करते है।करनाल(हरियाणा) मे इनहोने कल दिनांक 29 जनवरी 2014 को 10 पुलिस अधिकारियों पर केस दर्ज करने के आदेश दिये जो गौ तस्करो व पशु तस्करो से मिले हुए थे।इन्हे कॉल डीटेल के आधार पर पकड़ा गया।जबकि पुलिस का मानना है की इसमे कई अन्य पुलिस अधिकारी व टोल टेक्स अधिकारी भी शामिल हो सकते है जिनहे सामने लाया जाएगा। ये तो केवल अभी शुरुवात है पूरे हरियाणा के हर भ्र्स्त पुलिस अधिकारियों का यही हाल होगा।हरियाणा मे गौ तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।हरियाणा इस देश का एकमात्र राज्य है जहा गौ तस्करो को रोकने के लिए हर जिले मे पुलिस की एक स्पेशल टीम काम कर रही है।इस छोटे से राज्य मे 433 गौशालाए है और 150 से ज्यादा गौ रक्षा दल की टीम गौ रक्षा कर रही है।जबकि हरियाणा राज्य राजस्थान से 8 गुना और उत्तर प्रदेश से 6 गुना छोटा है। हम धन्यवाद करते है हमारे एसपी श्री शशांक आनंद का जिनका कल दिनांक 29 जनवरी को यमुनानगर ट्रान्सफर हो गया। 2 साल तक इनहोने करनाल मे रहकर जो हमारा गौ रक्षा मे साथ दिया वो हम कभी नहीं भूलेगे।
गो प्रेमी संघ भारत की संस्कृति मूलत: गौ संस्कृति है। भारतीय समाज ने गाय को माँ की संज्ञा से पुकारा है। 'तिलम न धान्यम पशुवः न गावः' तिल धान्य नहीं,गाय पशु नहीं है। गाय के प्रादुर्भाव की कथा समुद्र मंथन से प्रारम्भ होती है। समुद्र मंथन से कामधेनु रुपी पांच गौ माताएं प्रकट हुई - नंदा,सुभद्रा,सुरभि,सुशीला,बहुला इन पांच गौमाताओं की सेवा हेतु पंच ऋषियों ने इन्हें प्राप्त किया- जमदग्नि,भारद्वाज,वशिष्ट,असित,गौतम।
गो प्रेमी संघ
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गाय बचेगी, देश बचेगा !
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