मराठ शेर सुरेश चौहान भी है इस वर्ष २०१४ के धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महराज गौ - रत्न अवार्ड ग्रहीता --- आपने पिछले २ वर्ष में पुरे विश्व में अपने सुदर्श चैनल के माध्यम से 2 करोड़ लोगो को गौ - व्रती बनाया है . आज आपके चैनल के गौदर्शन प्रोग्राम जो सुबह 7.30 से 8 बजे नित्य आता है उसकी टी आर पी शाम के सास बहु के सीरियलों के बराबर हो गई है . ''नयाल सनातनी'' संस्थापक अध्यक्ष ;--- ''सर्वदलीय गौरक्षा मंच''
गो प्रेमी संघ भारत की संस्कृति मूलत: गौ संस्कृति है। भारतीय समाज ने गाय को माँ की संज्ञा से पुकारा है। 'तिलम न धान्यम पशुवः न गावः' तिल धान्य नहीं,गाय पशु नहीं है। गाय के प्रादुर्भाव की कथा समुद्र मंथन से प्रारम्भ होती है। समुद्र मंथन से कामधेनु रुपी पांच गौ माताएं प्रकट हुई - नंदा,सुभद्रा,सुरभि,सुशीला,बहुला इन पांच गौमाताओं की सेवा हेतु पंच ऋषियों ने इन्हें प्राप्त किया- जमदग्नि,भारद्वाज,वशिष्ट,असित,गौतम।
गो प्रेमी संघ
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गाय बचेगी, देश बचेगा !
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