Ye ambulance godham pathmeda prerit goseva samiti banashkantha ki hai ye seva aabhi banashkantha patan ahmedabad dist me uplabdh hai aagame varshme pure gujrat me ye shuvidha uplabdh hogi.....ye seva shirf deshi govansh ke liye hai...jay gomata jay gopal.gohelpaline.no.8000020111 (2 photos)
गो प्रेमी संघ भारत की संस्कृति मूलत: गौ संस्कृति है। भारतीय समाज ने गाय को माँ की संज्ञा से पुकारा है। 'तिलम न धान्यम पशुवः न गावः' तिल धान्य नहीं,गाय पशु नहीं है। गाय के प्रादुर्भाव की कथा समुद्र मंथन से प्रारम्भ होती है। समुद्र मंथन से कामधेनु रुपी पांच गौ माताएं प्रकट हुई - नंदा,सुभद्रा,सुरभि,सुशीला,बहुला इन पांच गौमाताओं की सेवा हेतु पंच ऋषियों ने इन्हें प्राप्त किया- जमदग्नि,भारद्वाज,वशिष्ट,असित,गौतम।
गो प्रेमी संघ
गो प्रेमी संघ
गाय बचेगी, देश बचेगा !
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