गोतस्करी रोकी
साभार अजय बाना हिन्दुस्तानी
ये गौ वंश से भरा ट्रक अभी -2 हमने पकङा गौ तस्कर अधेरे का फायदा उठाकर भाग गये जिसमें २१ गौ वंश थे जिनहे सुरक्षा पुरवक गौ शाला मे उतार लिया गया बौलीये गौ माता की
जय गौ माता
गो प्रेमी संघ भारत की संस्कृति मूलत: गौ संस्कृति है। भारतीय समाज ने गाय को माँ की संज्ञा से पुकारा है। 'तिलम न धान्यम पशुवः न गावः' तिल धान्य नहीं,गाय पशु नहीं है। गाय के प्रादुर्भाव की कथा समुद्र मंथन से प्रारम्भ होती है। समुद्र मंथन से कामधेनु रुपी पांच गौ माताएं प्रकट हुई - नंदा,सुभद्रा,सुरभि,सुशीला,बहुला इन पांच गौमाताओं की सेवा हेतु पंच ऋषियों ने इन्हें प्राप्त किया- जमदग्नि,भारद्वाज,वशिष्ट,असित,गौतम।
No comments:
Post a Comment